प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना नरेंद्र मोदी द्वारा शुरू की गयी एक महत्त्वाकांक्षी योजना थी जिस के अंतर्गत योजना के अंतर्गत भारत सरकार वर्ष 2020 तक देश में 10 करोड़ से अधिक BPL और गरीब परिवारों को मुफ्त में एलपीजी कनेक्शन उपलब्ध कराएगी। योजना के शुरू होने के वक्त एलपीजी कनेक्शन केवल गरीबी रेखा से नीचे के परिवारों से सम्बंधित महिलाओं के नाम पर दिया जाना तय किया गया था लेकिन इस योजना के तहत सभी राशन कार्ड धारकों को मुफ्त में एलपीजी कनेक्शन दिया जाएगा। वर्तमान वित्तीय वर्ष (2018-19) तक देश भर में 6 करोड़ BPL (गरीबी रेखा से नीचे) परिवारों को एलपीजी कनेक्शन उपलब्ध करा दिए गए हैं।
सरकार के द्वारा, ऐसा बताया जा रहा था| लेकिन, यह आंकड़े तो कुछ और ही बता रहे हैं? एनडीटीवी की एक रिपोर्ट ने दिखाया था कि बाराबंकी के मसौली गांव में गरीब पिछड़े परिवारों के पास गैस सिलिंडर रिफिल करने के लिए पैसे नहीं हैं |
हाल ही में, अपने चुनाव प्रचार के दौरान, ओडिशा से बीजेपी उम्मीदवार, संबित पात्रा ने अपने ट्विटर हैंडल पर एक वीडियो शेयर की| पात्रा के वीडियो से उज्ज्वला योजना पर सवाल उठते हैं कि आखिर इन गरीबों का गैस सिलेंडर कहां है, क्या सरकार ने इन्हें दिया या फिर कुछ और ही है इस योजना की जमीनी हकीकत?
मोदी सरकार की जिन योजनाओं की सबसे ज़्यादा चर्चा हुईं, उनमें से एक उज्ज्वला योजना भी थी | इसकी सफलता-असफलता काफ़ी हद तक मोदी सरकार की चुनावी रणनीति को तय करेगी |